by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 1, 2016 दोनों हाथों से दोनों हाथों से लूटती है हमें , कितनी ज़ालिम है तेरी अंगड़ाई…!