by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 8, 2016 काँटे बहुत थे काँटे बहुत थे दामन-ए-फ़ितरत में ऐ ‘अदम’ कुछ फूल और कुछ मेरे अरमान बन गये|