उसके चेहरे पर

उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था;
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था;
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम;
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version