हर किसी को मैं खुश रख सकूं,
वो सलीका मुझे नहीं आता जो मैं नहीं हूँ,
वो दिखने का तरीका मुझे नहीं आता |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हर किसी को मैं खुश रख सकूं,
वो सलीका मुझे नहीं आता जो मैं नहीं हूँ,
वो दिखने का तरीका मुझे नहीं आता |