by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 19, 2016 वो माचिस की तिल्लियों वो माचिस की तिल्लियों से खेलते रहे, बिना परवाह किये की दिल मेरा कागज का था !!