लहज़े में बदजुबानी ,चेहरे पे नकाब लिए फिरते है
जिनके खुद के बहीखाते बिगड़े है ,वो मेरा हिसाब लिए फिरते है ।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
लहज़े में बदजुबानी ,चेहरे पे नकाब लिए फिरते है
जिनके खुद के बहीखाते बिगड़े है ,वो मेरा हिसाब लिए फिरते है ।