ना जाने कौन प्यासा उठ गया है.. इस जहाँ से,
जिसे खोजने के लिए बूंदों के सैलाब आ रहे है।।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ना जाने कौन प्यासा उठ गया है.. इस जहाँ से,
जिसे खोजने के लिए बूंदों के सैलाब आ रहे है।।