जीने की लिए जैसे एक मुस्कुराहट ही काफी है
मरने की लिए वैसे ही एक गम की काफी है
कभी कभी एक गम पर एक मुस्कान ही काफी है
उसी तरह अगर मुस्कान अगर गम से पिछड़ जाए
वो गम उसे वहां ले जाता है जहाँ उसे नही जाना चाहिए|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जीने की लिए जैसे एक मुस्कुराहट ही काफी है
मरने की लिए वैसे ही एक गम की काफी है
कभी कभी एक गम पर एक मुस्कान ही काफी है
उसी तरह अगर मुस्कान अगर गम से पिछड़ जाए
वो गम उसे वहां ले जाता है जहाँ उसे नही जाना चाहिए|