किसी रोज फिर से रोशन होगी जिंन्दगी मेरी क्योकि,
इंन्तजार सुबह का नही किसी के लोट आने का है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किसी रोज फिर से रोशन होगी जिंन्दगी मेरी क्योकि,
इंन्तजार सुबह का नही किसी के लोट आने का है|