कलम रूठ के टूट ही न जाए, आज मुझसे………..!!
अपनी बेबसी का जोर, इस्पे निकल रहा हूँ मैं…….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कलम रूठ के टूट ही न जाए, आज मुझसे………..!!
अपनी बेबसी का जोर, इस्पे निकल रहा हूँ मैं…….!!