मुझे भी शुमार करो अब गुनहगारों की फेहरिस्त में,
मैं भी क़ातिल हूँ हसरतों का, मैंने भी ख्वाहिशों को मारा है…।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझे भी शुमार करो अब गुनहगारों की फेहरिस्त में,
मैं भी क़ातिल हूँ हसरतों का, मैंने भी ख्वाहिशों को मारा है…।