अगर चाहुँ तो

अगर चाहुँ तो एक पल में तुम्हें भुला दुँ…

पर चाहने से क्या होता है, चाहता तो “मैं” तुम्हे भी बहुत था..!!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version