by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, याद, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 22, 2016 जो जहर हलाहल है जो जहर हलाहल है वो ही अमृत है नादान, मालूम नही तुझको अंदाज है पीने के ।।