by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, याद, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 22, 2016 कहने को ज़िन्दगी थी कहने को ज़िन्दगी थी बहुत मुख़्तसर मगर..! कुछ यूँ बसर हुई कि ख़ुदा याद आ गया…!!