by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - August 29, 2016 अश्कों के सिवा लुत्फ़ देखा न किसी चीज़ का अश्कों के सिवा आईं है रोने को दुनिया में हमारी आँखें |