ज़ख्म देकर ना पूछा करो

ज़ख्म देकर ना पूछा करो दर्द की शिद्दत;
“दर्द तो दर्द ” होता है , थोड़ा क्या और ज्यादा क्या…!!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version