किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दो
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो
मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर
कि अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दो
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो
मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर
कि अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो।