आंसुओं में जिंदगी को

मत बहा आंसुओं में जिंदगी को,
,
एक नए जीवन का आगाज़ कऱ,
,
दिखानी है अगर दुश्मनी की हद तो,
,
जिक्र भी मत कर, नज़र’अंदाज़ कर

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