by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, याद, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 30, 2016 ख़्वाबों के पीछे ख़्वाबों के पीछे जिंदगी उलझा ली इतनी.. हकीकत में रहने का सलीका ही भूल गए।।