तुमनें हमें अपनों से बहुत दूर कर दिया !
चाहत नें तेरी लड़नें को मजबूर कर दिया !!
आयी न हाँथ फिर भी तू बस नाचती रही !
कितनों को तुमनें आज बेसहूर कर दिया !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुमनें हमें अपनों से बहुत दूर कर दिया !
चाहत नें तेरी लड़नें को मजबूर कर दिया !!
आयी न हाँथ फिर भी तू बस नाचती रही !
कितनों को तुमनें आज बेसहूर कर दिया !!