दरख़्त ऐ नीम हूँ

दरख़्त ऐ नीम हूँ, मेरे नाम से घबराहट तो होगी,

छांव ठंडी ही दूँगा, बेशक पत्तों में कड़वाहट तो होगी.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version