मुझसे ना माँगिए मशवरे…
मंदिर और मस्जिद के मसलो पर
मै इंसान हूँ साहब….
खुद किराए के घर मे रहता हूँ !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझसे ना माँगिए मशवरे…
मंदिर और मस्जिद के मसलो पर
मै इंसान हूँ साहब….
खुद किराए के घर मे रहता हूँ !