इंकार को इकरार कहते हैं,
खामोशी को इज़हार कहते है ,
क्या दस्तूर है इस दुनिया का,
एक खूबसूरत सा धोखा है ,
जिसे लोग
‘प्यार’ कहते हैं |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इंकार को इकरार कहते हैं,
खामोशी को इज़हार कहते है ,
क्या दस्तूर है इस दुनिया का,
एक खूबसूरत सा धोखा है ,
जिसे लोग
‘प्यार’ कहते हैं |