लहजे में मिठास और
चेहरे पर नकाब लिए फिरते है,
खुद के खाते बिगड़े है, फिर भी
दूसरों का हिसाब लिए फिरते है..!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
लहजे में मिठास और
चेहरे पर नकाब लिए फिरते है,
खुद के खाते बिगड़े है, फिर भी
दूसरों का हिसाब लिए फिरते है..!