by pyarishayri - 2 Line Shayri, Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 13, 2016 कोई अखबार बेचने वाला मुँह अँधेरे कोई अखबार बेचने वाला, हजार लाशें मेरे घर डाल जाता है|