by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 12, 2016 मुझ से ही रूठ कर मुझ से ही रूठ कर मुझे ही याद करते हो… .तुम्हें तो ठीक से नाराज़ होना भी नहीं आता|