by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - August 24, 2016 बलखाने दे अपनी जुल्फों को बलखाने दे अपनी जुल्फों को हवाओं में जूड़े बांधकर तू मौसम को परेशां न कर !!!