भले ही मैं अपने पिताजी की कुर्सी पर बेठ जाता हूँ

भले ही मैं अपने पिताजी की कुर्सी पर बेठ जाता हूँ ,
पर आज भी अनुभव के मामले मे मैं उनके घुटनो तक ही आता हूँ ।

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