by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 11, 2016 कोई सुलह करा दे कोई सुलह करा दे जिदंगी की उलझनों से…बड़ी तलब लगी है आज मुस्कुराने की …!!