ना तबीबों की तलब है न दुआ मांगी
है नी मैं जां हु बस तेरे दामन की हवा मांगी है ए दुश्मनो उठाओ हाथ मांगो जिन्दगी मेरी।
क्यों की दोस्तों ने मेरे मरने की दुआ मांगी है
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ना तबीबों की तलब है न दुआ मांगी
है नी मैं जां हु बस तेरे दामन की हवा मांगी है ए दुश्मनो उठाओ हाथ मांगो जिन्दगी मेरी।
क्यों की दोस्तों ने मेरे मरने की दुआ मांगी है