ज़िंदगी क्या है

ज़िंदगी क्या है जानने के लिये ज़िंदा रहना बहुत जरुरी है आज तक कोई भी रहा तो नही सारी वादी उदास बैठी है मौसमे गुल ने खुदकशी कर ली किसने बरुद बोया बागो मे आओ हम सब पहन ले आइने सारे देखेंगे अपना ही चेहरा सारे हसीन लगेंगे यहाँ है नही जो दिखाई देता है… Continue reading ज़िंदगी क्या है

ज़रा बता दो

ज़रा बता दो हमें की वो पत्थर कहा मिलेगा… जिसे दिल पे रख कर लोग आसानी से भूल जाते है..!!

उसने हाथो से

उसने हाथो से छू कर दरिया के पानी को गुलाबी कर दिया, हमारी बात तो और थी उसने मछलियों को भी शराबी कर दिया….

किसी युग की कथा

एक-एक लहर किसी युग की कथा . . . मुझको गंगा कोई इतिहास लगे . . .

सोचता हूँ धोखे से

सोचता हूँ धोखे से जहर दे दूँ, सारी ख्वाहिशो को दावत पे बुला कर।।

तुम एक बार

तुम एक बार पुछ लो की कैसा हुँ, घर में पडी सारी दवाइयाँ फेंक ना दू तो कहना…

हमने उसको वहाँ भी

हमने उसको वहाँ भी जाकर माँगा था,जहाँ लोग सिर्फ अपनी खुशियां मांगते है|

उंगली पकड़ के

उंगली पकड़ के जिसको दिखाया था रास्ता… मंज़िल मिली तो उसने अंगूठा दिखा दिया…

कभी आई तेरी याद

कभी आई तेरी याद माँ तो हम जी भर के रो लिये कभी जागे सारी रात तो कभी दिन मे ही सो लिए आन्सुओ से तुम्हारे न होने का गम मिटा रहा हू क्या बताऊ कैसे जिये जा रहा हूँ तुम्हरा दुलार बहुत याद आता है हर बार आँखो मे आँसू छोड़ जाता है|

एक धोखे से ही

एक धोखे से ही हिल जाती है जमीन ऐतबार की जिन्दगी तबाह करने के लिए भूकंप आए जरूरी नहीं|

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