खौफ अब खत्म हुआ

खौफ अब खत्म हुआ सबसे जुदा होने का, अपनी तन्हाई में हम, अब मशरूफ बहुत रहते हैं..

नादानियाँ झलकती हैं

नादानियाँ झलकती हैं अभी भी मेरी आदतों से, मैं खुद हैरान हूँ के मुझे इश्क़ हुआ कैसे…!!!

कैसे ना मर मिटू उस पे यारो

कैसे ना मर मिटू उस पे यारो … रूठ कर भी कहता है संभल कर जाना…!

इक मुद्दत से किसी ने दस्तक नहीं दी है

इक मुद्दत से किसी ने दस्तक नहीं दी है । मैं उसके शहर में बंद मकान की तरह हूँ ।।

कहते हैं ईश्क एक गुनाह है

कहते हैं ईश्क एक गुनाह है, जिसकी शुरूआत, दो बेगुनाहो से होती है..

इस साल गर्मी तो बहुत पड़ रही है

इस साल गर्मी तो बहुत पड़ रही है…. . . . . फिर भी तेरा दिल पिघलने ….का नाम ही नहीं ले रहा.

प्यार का मतलब तो नहीं मालूम मुझे

प्यार का मतलब तो नहीं मालूम मुझे, मगर जब जब तुझे देखूँ दिल धङकने लगता है…!!!

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से, कि जिसने तुम्हे देखा भी नही, उसने भी तेरी तारीफ कर दी…!!!

जो दिल के आईने में हो वही हे प्यार के काबिल

जो दिल के आईने में हो वही हे प्यार के काबिल , वरना दिवार के काबिल तो हर तस्वीर होती हे ।

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