मै उसे अपना समझता रहा

मै उसे अपना समझता रहा, . . जो कभी मेरा था ही नही….

वो कहती है मेरे पास रहो

वो कहती है मेरे पास रहो… आस पास रहो… मेरे इश्क़ में दिन रात रहो !! यानि कि … बर्बाद थे ,बर्बाद हो ,बर्बाद रहो…!!

देख ज़िन्दगी इस तरह ना रुला

देख ज़िन्दगी इस तरह ना रुला मुझे, मै खफा हुआ तो छोड़ दूँगा तुझे भी…!!!

हैरान कर दिया उसने आँसुओं की वजह

हैरान कर दिया उसने आँसुओं की वजह पूछ कर, जो शक़्स कभी मुझको मुझसे ज़्यादा जानता था…!!!

कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी

कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी , कि नाम अपना तेरी आवाज़ से सुनूँ…..!!

बेरंग लिफाफों में लिपटे खत

बेरंग लिफाफों में लिपटे खत,खतों में लेखक के हिस्से हैं, फाड़ कर फेंक देना इन्हें ये इश्क़ के झूठे किस्से हैं…!!!

नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू

नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू जब भी तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देती हो..

रहता हूं किराये के घर में

रहता हूं किराये के घर में… रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूं…. मेरी औकात है बस मिट्टी जितनी… बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूं…. जल जायेगा ये मेरा घर इक दिन… फिर भी इसकी खूबसूरती पर इतराता हूं…. खुद के सहारे मैं श्मशान तक भी ना जा सकूंगा… इसीलिए जमाने में… Continue reading रहता हूं किराये के घर में

कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों

कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता, बातचीत किसी से भी हो, ख्याल तेरा ही रहता है…!!!

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी, देखूँ तो सही, बेवफाओं का शहर होता कैसा है…!!!

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