पथ्थर से पथ्थर पर

पथ्थर से पथ्थर पर वार करने वाले लोग भी है दुनिया मे, हम तो वो है जो पथ्थर से पथ्थर जोडकर किसी को उसकी मंजिल तक पहुंचा दे ।।

तेरी महफ़िल से

तेरी महफ़िल से उठे तो किसी को खबर तक ना थी, तेरा मुड़-मुड़कर देखना हमें बदनाम कर गया।

कुछ ख़फ़ा है

आज दिल, कुछ ख़फ़ा है.. छोड़ो, कौन सा ये पहली दफ़ा है !!

इलाज ए इश्क

इलाज ए इश्क पुछा जो मैने हकीम से धीरे से सर्द लहजे मे वो बोला जहर पिया करो सुबह दोपहर शाम!!!

तुम्हे देखने की तमन्ना

तुम्हे देखने की तमन्ना है इस दिल में , तुम्हे छू सकूँ तो बड़ी बात होगी , उस पल के सदके मैं सब कुछ लुटा दूँ , जिस पल हमारी मुलाकात होगी!!!!

उसकी जब मर्जी होती है

उसकी जब मर्जी होती है वो हम से बात करती हैं. पर हमारा पागलपन तो देखो हम फिर भी पूरा दिन उसकी मर्जी का इंतजार करते हैं|

हम तो नरम पत्तों की

हम तो नरम पत्तों की शाख हुआ करते थे…. छीले इतना गए की खंजर हो गए….

उनसे कह दो

उनसे कह दो अपनी मसरूफ़ियत ज़रा कम कर दे, सुना है बिछड़ने की ये पहली निशानी है!

इश्क़ मात देता है

शतरंज खेल रही है जिंदगी कुछ इस कदर, कभी तेरा इश्क़ मात देता है कभी मेरे लफ्ज़|

कुछ ऐसे खो जाते है

कुछ ऐसे खो जाते है तेरे दीदार में जैसे बच्चे खो जाते है भरे बाज़ार में|

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