पहना रहे हो क्यूँ मुझे तुम काँच का लिबास,
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क्या बच गया है फिर कोई पत्थर तुम्हारे पास…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पहना रहे हो क्यूँ मुझे तुम काँच का लिबास,
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क्या बच गया है फिर कोई पत्थर तुम्हारे पास…