by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, Shayri, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 12, 2016 तुम नफरतों के धरने तुम नफरतों के धरने,क़यामत तक ज़ारी रखो। हम मोहब्बत से इस्तीफ़ा,मरते दम तक नहीं देंगे!!!