जैसा याद और हिचकी मे है
वैसा ही कुछ ताल्लुक है
तमाम कोशिशें नाकाम रहीं
इस रिश्ते पर लफ्ज का रंग ना चढ़ा|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जैसा याद और हिचकी मे है
वैसा ही कुछ ताल्लुक है
तमाम कोशिशें नाकाम रहीं
इस रिश्ते पर लफ्ज का रंग ना चढ़ा|