by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, Shayri, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 12, 2016 ख़ाक तरक़्क़ी की आज क्या ख़ाक तरक़्क़ी की आज की दुनिया ने… मरीज़-ए-इश्क़ तो आज भी लाइलाज बैठे हैं!!!