उठती है इबादत की खुशबुएँ क्यूँ मेरे इश्क से
जैसे ही मेरे होंठ ये छू लेते है तेरे नाम को |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उठती है इबादत की खुशबुएँ क्यूँ मेरे इश्क से
जैसे ही मेरे होंठ ये छू लेते है तेरे नाम को |