by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 8, 2017 अपने मेहमान को अपने मेहमान को पलकों पे बिठा लेती है गरीबी जानती है घर में बिछौने कम है…