by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, Shayri, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 12, 2016 मेरे हाथों की मेरे हाथों की वो सब अंगुलियाँ उस अँगुली से जलती हें, जिसे पकड़कर मेरी बेटी चलती है ।।