रौनकें कहां दिखाई

रौनकें कहां दिखाई देती हैं,
अब

पहले जैसी…

अखबारों के इश्तेहार बताते हैं,
कोई त्यौहार आया है…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version