हर रात तुम्हारी याद में ये आँचल भीग जाता है,… और भीग के पूछता है मुझसे.. कि क्यों याद करते हो उसे जो किसी और की बाहों में सो जाता है….???
Category: Hindi Shayris
ख्वाबो की बातें
ख्वाबो की बातें वो जाने जिनका नींद से रिश्ता हो, मैं तो रात गुजारता हुँ चाँद को देखने में…
चाँद तारो में
चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपका जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका|
ग़म किस तरह हो
ग़म किस तरह हो कम जो मिले ऐसे ग़म-गुसार, ग़म की नज़ाकतों को जो पहचानते नहीं..
मेरी आँखों से
मेरी आँखों से बना तेरी आँखों का चेहरा, गैरो की आँखों से जो देखा नहीं जाता।। सहानुभूति नहीं, इश्क़ ग्रन्थ हो तुम, जिसे सरेआम नासमझों के बीच फेंका नहीं जाता।।
न कायदे न फायदे…
न कायदे न फायदे… न राहत न सुकूँ…. फिर भी तू मोहब्बत है मेरी जिन्दगी में नहीं फिर भी सफ़र में हूँ…तेरे!!
न तेरी अदा
न तेरी अदा समझ में आती है ना आदत ऐ ज़िन्दगी, तू हर रोज़ नयी सी,हम हर-रोज़ वही उलझे से..
मुहब्बत ना तेरी है
मुहब्बत ना तेरी है ना मेरी है, ये तो बस लफ्जों की है…!!
वो एक ही चेहरा
वो एक ही चेहरा तो नही सारे जहाँ में जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नहीं जाता ! बेनाम सा ये..
आशियाना बनाये भी
आशियाना बनाये भी तो कहाँ बनाये… जमीन महँगी हो चली हैं… और… दिल में लोग जगह नहीं देते…