वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे मैं तुझ को भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा न करे |
Category: Hindi Shayris
पागलपन की हद से
पागलपन की हद से न गुजरे तो प्यार कैसा. .? होश मे तो रिश्ते निभाए जाते है
अमीरी जब तक
अमीरी जब तक अपने शौक़ पूरे कर सोती है । मुफ़लिसी जाग जाती है एक और दिन के लिए ।।
आसान सा रास्ता है
आसान सा रास्ता है बदनाम होने का यारो , ज्यादा कुछ नही फ़कत मोहब्बत कर लो…
माँग रही थी
माँग रही थी कामवाली बाई थोड़े ज्यादा पैसे बहू ने थोड़ा प्यार दिखाकर अपनी सास को गाँव से बुला लिया…
हर रंग लगा के
हर रंग लगा के देखा चेहरे पर रंग उदासी का उतरा ही नही..!!
इरादे बाँधता हूँ
इरादे बाँधता हूँ सोचता हूँ तोड़ देता हूँ कहीं ऐसा न हो जाए कहीं वैसा न हो जाए
मेरी गुमशुदगी की
मेरी गुमशुदगी की जब तफ्शीश हुई, मैं बरामद हुआ उनके ख्यालों में…
लहरों की ज़िद पर
लहरों की ज़िद पर क्यों अपनी शक़्ल बदल लेतीं है , दिल जैसा कुछ होता होगा शायद इन चट्टानों में।
ठान लिया था
ठान लिया था कि अब और शायरी नही लिखेंगे पर उनका पल्लू गिरा देखा और अल्फ़ाज़ बग़ावत कर बैठे|