प्यार का रिश्ता

प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।

सदाबहार हैं ख्वाब

सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे , न कोई पतझड़ , न कोई बसंत इनका….

तुम हर तरह से

तुम हर तरह से मेरे लिए ख़ास हो,शुक्रिया वो बनने के लिए जो तुम हो…

तुम क्या जानो

तुम क्या जानो उस दरिया पर क्या गुज़री..,, तुमने तो बस पानी भरना छोड़ दिया ..

आख़िरी उम्र में

आख़िरी उम्र में कैसे मैं ग़मों को छोडूँ.. यह मेरे साथ रहें हैं सगे भाई की तरह !

उनका कंधा खुदा ने

उनका कंधा खुदा ने न जाने कितना मज़बूत बनाया है, . हमारी ख्वाहिशों को उठाते हुए माँ बाप ने कभी उफ़ तक नहीं किया !

अच्छे विचारों से

सफलता हमेशा अच्छे विचारों से आती हैं और अच्छे विचार अच्छे लोगों के सम्पर्क से आते हैं मुझे गर्व है कि मैं आपके सम्पर्क में हूँ….

अकेला छोड़ने वालों को

अकेला छोड़ने वालों को ये बताए कोई कि हम तो राह को भी हम-सफ़र समझते हैं

इश्क़ बुझ चुका है

इश्क़ बुझ चुका है, क्यूंकि हम ज़ल चुके हैं|

आपने नज़र से नज़र

आपने नज़र से नज़र कब मिला दी, हमारी ज़िन्दगी झूमकर मुस्कुरा दी, जुबां से तो हम कुछ भी न कह सके, पर निगाहों ने दिल की कहानी सुना दी.

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