वो मर गया होता तो तसल्ली रहती…. गिला ये है कि वो मुकर गया अपनी बात से…
Category: शायरी
ख्वाब कोई देखे
ख्वाब कोई देखे नही कई दिन से आमिर! चैन से सोये हुए अरसा हो गया है !
माना मौसम भी
माना मौसम भी बदलते हैं मगर धीरे धीरे… तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान हैं…!!!!
हम रखते है
हम रखते है ताल्लुक तो निभाते है जिंदगी भर, हम से बदले नहीं जाते रिश्ते, लिबासो की तरह|
बड़ी अजीब है
बड़ी अजीब है तू ज़िन्दगी गरीबो को उन महलो के सपने दिखाती है जिनमे अमीरों को नींद नहीं आती
इबादतों की तरह
इबादतों की तरह ये मैं काम करता हूं… मेरा उसूल है पहले सलाम करता हूं… मुखालफत से मेरी शख्सियत संवरती है… मैं दुश्मनों का बड़ा ऐहतराम करता हूं…
जीवन का असली गणित
एक दिन सब को जोड़ कर शून्य से गुना कर दीजिये….. जो उत्तर आएगा ना… वही जीवन का असली गणित है…
अपनी दौलत पर
अपनी दौलत पर कभी घमण्ड ना करें, क्योंकि वक़्त, बिना वक़्त दिये भी बदल जाता है!!
तुम डूब जाते हो
तुम डूब जाते हो शाम के आँचल में मेरे आँचल में स्याह रात ने पनाह ली हैं|
कदमों को रोकने का हुनर
कदमों को रोकने का हुनर नहीं आया..! मंजिलें सारी निकल गई मगर घर नही आया….