हर शख्स नही होता हर शख्स के काबिल … . हर शख्स को अपने लिए सोचा नही करते
Category: प्यारी शायरी
चलो अब मैंने प्रेम की
चलो अब मैंने प्रेम की डोर खोल दी… जिससे बांधा था तुम्हे… अगर वो मेरा है…तो मेरे पास लौट आएगा… अगर न लौटा…तो वो मेरा कभी था ही नही…!!!
कोई सुलह करा दे
कोई सुलह करा दे, बड़ी तलब लगी है, मुस्कुराने कि…
एहसास दिलाने की नोबत
अगर अपनों को एहसास दिलाने की नोबत आ जाये… तो समझ लेना… वो अपने….अपने नहीं रह जाते….
तारों के जाल में
चाँद से छूटा तो तारों के जाल में जा अटका … अब रात गुज़र जाएगी उस सपने को छुड़ाने में|
रूह में बसा करते थे
रूह में बसा करते थे हम कभी…. अब लफ़्ज़ों में भी रहते नहीं…….जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है । जिसने रातों से जंग जीती है, सूर्य बनकर वही निकलता है ।
निकाल दिया उसने
निकाल दिया उसने हमें, अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के..!
पुछ रही है आज
पुछ रही है आज मुझसे मेरी शायरियाँ.. कि कहाँ उड गए वो परिंदे जो वाह वाह किया करते थे …
कल मिले थे
कल मिले थे राह में, बस नज़रो से बात की, ये वक़्त का तकाज़ा है, वो इशारा नही करते…!!!
दिल में बुराई रखने से
दिल में बुराई रखने से बेहतर है आप अपनी नाराज़गी जाहिर कर दें|