हुआ है तुझसे बिछडने के बाद मालूम,की सिर्फ तु नहीं थी तेरे साथ एक दुनिया भी थी |
Category: प्यारी शायरी
आज फिर मुझको
आज फिर मुझको तेरी याद आई है… लगता है तुझको भूलने लगा हूँ मैं
उनको हमारी मोहब्बत का
उनको हमारी मोहब्बत का अहेसास नहीं है तो क्या हुआ हमें तो उनसे प्यार करना बहोत अच्छा लगता है
कोई नही आएगा
कोई नही आएगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा, एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता……
सस्ता सा कोई
सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का ..! एक गरीब इश्क़ कर बैठा है इस महंगाई के दौर मैं
इश्क़ सिर्फ़ मुझे हुआ था
इश्क़ सिर्फ़ मुझे हुआ था, उसे तो कुछ पल का नशा हुआ था|
लोग कहते हैं
लोग कहते हैं… नफ़रत ख़राब चीज़ है..! तो मोहब्बत ने कौनसा झूला झुलाया है मुझे..!!
तेरी चाहत में
तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाज़ार हो गये, हमने ही दिल खोया…और हम ही गुनाहगार हो गये।
खुदकुशी कर रही है
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी… इंतज़ार तेरा…मुझे पूरा मरने भी नहीं देता ।
क्या पूछता है
क्या पूछता है हम से तू ऐ शोख़ सितमगर, जो तू ने किए हम पे सितम कह नहीं सकते…