अब पता चला…
आसमान बरस नहीं…
रो रहा था…
वो जानता था…
एक फरिश्ता आज…
हमेशा के लिए…
सो रहा था…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अब पता चला…
आसमान बरस नहीं…
रो रहा था…
वो जानता था…
एक फरिश्ता आज…
हमेशा के लिए…
सो रहा था…