by pyarishayri - Hindi Shayri, Love Shayri, Sad Bewafa Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस - April 19, 2016 गुनगुनाता जा रहा था गुनगुनाता जा रहा था इक फक़ीर धूप रहती है न छाया देर तक